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13 Sep 2022 09:25 PM

याद आते हैं पिता के
मौन से संकेत भी,बेहद भाव पूर्ण यादों को सहेजती हुई,बेहद संवेदनशील रचना।पुनः आपकी कलम ने मेरे दिल को छू लिया ।बेहतरीन लाजवाब, शानदार रचना👌🏻👌🏻🙏🏻🙏🏻🌷🌷

29 Sep 2022 12:09 PM

आपके स्नेह के समक्ष अभिभूत हूॅं।

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