Comments (4)
8 Jun 2022 02:20 PM
बहुत खुबसूरत रचना।
कृपा”मेरा गुरूर है पिता”रचना पढ़कर कृतार्थ करें।
8 Jun 2022 12:09 PM
आदरणीय महोदय जी को सादर नमस्कार
आपके द्वारा प्रेषित प्रस्तुत रचना अति सराहनीय है, मैनें अभी तक ऐसी रचना नही पढ़ा है।
8 Jun 2022 12:07 PM
बेहतरीन कविता ,Sanjai जी।
यदि समय मिले तो कृपया मेरी रचना ” पिता का साया” का भी अवलोकन करने का कष्ट कीजिएगा।
साभार।
बहुत सुन्दर।मेरी रचना पिता की याद भी पढ़े और अपनी प्रतिक्रिया देकर मुझे कृतज्ञ करे