Comments (6)
5 Jun 2022 09:24 AM
बहुत अच्छी रचना मैम मुझे भी अपना आशीर्वाद दे
Saraswati Bajpai
Author
5 Jun 2022 09:49 AM
साभार धन्यवाद। अवश्य ही ।
4 Jun 2022 09:41 PM
अति सुन्दर रचना। अर्थ, स्वार्थ में घिरे संबंधों एवं उससे आहत समर्पित मन के दर्द का सुंदर चित्रण…
Saraswati Bajpai
Author
4 Jun 2022 10:46 PM
साभार धन्यवाद ।
बहुत खुबसूरत रचना।
कृपा”मेरा गुरूर है पिता”रचना पढ़कर कृतार्थ करें।
में पढ चुकी हूं विनोद जी बेटी और पिता के सम्बन्धों को दर्शाती भावपूर्ण प्रस्तुति । आपको Like व comment भी send किए हैं।
साभार धन्यवाद |