सुंदर रचना जी ।
आपका हृदय से अत्यंत आभार और धन्यवाद
बहुत सुन्दर
बहुत बहुत धन्यवाद आपने यहां तक आने का आभार किया
बहुत हा अच्छा sir
धन्यवाद आदरणीय
बहुत ख़ुबसूरत कविता।
आपका हृदय से आभार आदरणीय
Very nice
हृदय से धन्यवाद और आभार आपका
शानदार
बहुत बहुत धन्यवाद आपका
बहुत खूब
परम आदरणीय को सादर प्रणाम। आपका आशीर्वाद मिला मेरा जीवन धन्य है और आगे भी मेरा हौसला बढ़ाते रहियेगा आदरणीय
सत्य एवं सटीक वचन
आपका और आपके प्रत्येक शब्दों का मैं हृदय से आभारी और ऋणी हूं और रहूंगा
Well written sir
बहुत बहुत आभार और धन्यवाद आपका
उत्तम सोच से परिपूर्ण रचना l
आपका हृदय से आभार और धन्यवाद परम आदरणीय
Uttam
आप लोगों की वजह से मैं यहां पर हूं।आप लोगों को हृदय से कोटि कोटि धन्यवाद और अशेष अभिनंदन है
बिल्कुल सही कहा सर।
आदरणीय को अशेष धन्यवाद आपके श्रीचरणों में अर्पित है
बेहतरीन
मेरे भाई आप लोगों का सहयोग सर आंखों पर
Jabardast bhanje.
आदरणीय मामाजी को हार्दिक आभार और धन्यवाद
काबिले तारीफ
आपका हृदय से आभार
उत्तम रचना
बहुत बहुत हृदय से आभार आपका
उत्तम रचना.. धन्यवाद। सर.! मैं 1986 से 1995 तक। मैनपाट क्षेत्र में- कृषि विभाग में कार्यरत रहा हूं। मैंने बिलासपुर भी देखा है। छत्तीसगढ़ बहुत बड़िया राज्य है!
आदरणीय का बहुत बहुत हृदय से आभार। आपने सही कहा मैनपाट अम्बिकापुर जिले में आता है मैं बिलासपुर के पास एक स्टेशन टेंगनमाडा़ में रहता हूं
बेहतरीन लेखन आदरणीय। मेरी कविता तुम्हीं हो पापा का अवलोकन कर अपना आशीर्वाद प्रदान करें।
आदरणीय का बहुत बहुत आभार और धन्यवाद मैंने अपना कार्य पूर्ण किया अब मेरी लाज आपके हाथ
बहुत खूब
वन्दनीय सृजन … भावपूर्ण … सुंदर कृति …आपका लेखन सराहनीय है । आदरणीय … उक्त शीर्षक पर मेरी मौलिक रचना “पिता महज एक व्यक्ति नहीं है” को अपना स्नेहाशीष प्रदान करें।
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परम आदरणीय मैं पहले ही अपना स्नेह आपको समर्पित कर चुका हूं।आप यहां तक पहूंचे मैं आपका हृदय से आभारी हूं