Comments (7)
12 May 2022 07:58 PM
Ati uttam
6 May 2022 07:41 AM
वाह वाह वाह, बहुत सुंदर सृजन
संजीव शुक्ल 'सचिन'
Author
6 May 2022 08:27 AM
सहृदय आभार आदरणीया
5 May 2022 09:10 AM
कहने को शब्द नहीं है। बहुत सुन्दर रचना। अति उत्तम। जितनी भी तारीफ करूं कम है।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
Author
6 May 2022 08:27 AM
सादर अभिवादन सहित नमन आदरणीय श्री
बहुत सुंदर
शाश्वत सत्य पर सुंदर सृजन।
शब्दो की तारतम्यता बेहतरीन ……
दम्भ से मुख तक भरा , घट फोड़कर जाना पडे़गा।
रे पथिक! जग में सभी कुछ, छोड़ कर जाना पड़ेगा।।
सादर अभिवादन सहित नमन आदरणीय श्री