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7 Jun 2022 08:50 AM

आपका बहुत-बहुत धन्यवाद। सादर आभार।

बहोत ही गहरी संवेदना, समाज के लिए आईना, एक भयावह वास्तविकता आपने कथन की है, यह रचना बहोत ही उच्च कोटि की है

1 May 2022 07:58 PM

धन्यवाद

बहुत ही मार्मिक भाव है।

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