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अहहा…. मजा आ गया …सराहनीय सृजन आदरणीय….
मेरी कविता “पिता महज एक व्यक्ति नहीं है” पर पहुंचकर अपनी समालोचनात्मक प्रतिक्रिया के रूप में Like व Comment कर मेरा हौसलाफजाई करें ।

पुनः सार्थक सृजन हेतु आभार ….!!

17 May 2022 09:15 AM

जी बिल्कुल। आपका सादर आभार।

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