You must be logged in to post comments.
जो हो, उसी को पहचान लो, वही दिखाई देगा, वही नियति/निसर्ग/प्रकृति/स्वभाव उसे संभाल कर रखना.
सहमत!
सहज सरल रह कर विद्रोह करो विद्रोह का वमण हो जायेगा
जो हो,
उसी को पहचान लो,
वही दिखाई देगा,
वही नियति/निसर्ग/प्रकृति/स्वभाव
उसे संभाल कर रखना.
सहमत!
सहज सरल रह कर विद्रोह करो
विद्रोह का वमण हो जायेगा