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मानव द्वारा मोह माया में फंसे होने की प्रवृति और व्यर्थ की भाग दौड़ करने से बचने से कवि ने ना केवल सांसारिक सत्य की ओर इशारा किया है औऱ ‘सामान सौ वर्ष का पल की ख़बर नहीं ‘ सिद्धांत की छाप छोड़ी है।
Very nice sir
मानव द्वारा मोह माया में फंसे होने की प्रवृति और व्यर्थ की भाग दौड़ करने से बचने से कवि ने ना केवल सांसारिक सत्य की ओर इशारा किया है औऱ ‘सामान सौ वर्ष का पल की ख़बर नहीं ‘ सिद्धांत की छाप छोड़ी है।