प्रिय, भारतवर्ष में जैविक संस्कृति 10000 वर्ष पुरानी है। इसे बनाए रखने के लिए हमें सद्गुरु द्वारा शुरू किए गये अभियान- “मिट्टी बचाओ” का हिस्सा बनना होगा। आयुर्वेदिक/हर्बल अर्क ने निवारक उपचारों के साथ-साथ कैंसर सहित लंबी बीमारी से निपटने में भी अपनी प्रभावशीलता दिखाई है।
इसी तरह, सौर ऊर्जा उत्पादन को “मिट्टी बचाओ” के समानांतर ऐक और अभियान का स्वरूप लेना होगा। दोनों का हमारे सतत विकास पर प्रभाव पड़ेगा।
सद्गुरु सच कह रहे हैं कि हम समावेशी तरीके से ही जीवित रह सकते है!
वर्तमान और भविष्य में सब का अस्तित्व सुरक्षित रखने के लिए प्रधान मंत्री मोदी जी का नेतृत्व हमे स्वीकार है।
महादेव हम सबका कल्याण करें!
जय वासुदेव कुटुंबकम!
बहुत सुंदर रचना, शुभकामनाएं। सभी पाठक मिट्टी बचाओ अभियान से जुड़ें, भूमिमित्र बनने के लिये 8000030003 पर मिस्डकॉल दें। प्रेरक गीत ?
शुक्रिया अंजुम जी
Sundar saral
शुक्रिया