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क्यूँ कुदरत का कहर बरपा इस कदर है , शायद किसी मज़लूम की आहों का असर है ,
श़ुक्रिया !
वाह आपका जवाब नहीं।
श़ुकिया !
क्यूँ कुदरत का कहर बरपा इस कदर है ,
शायद किसी मज़लूम की आहों का असर है ,
श़ुक्रिया !
वाह आपका जवाब नहीं।
श़ुकिया !