Comments (4)
8 Dec 2021 10:12 AM
बहुत सुंदर कविता,हमारा दिल बेकरारी तक पहुंच ही न पाये। धन्यवाद आपका जी
ओनिका सेतिया 'अनु '
Author
8 Dec 2021 10:55 AM
धन्यवाद जी
Sunder
Thanks