Comments (9)
1 Dec 2021 08:40 PM
???
पंकज कुमार कर्ण
Author
1 Dec 2021 09:22 PM
Thanks
1 Dec 2021 07:25 PM
अति सुंदर अभिव्यक्ति
पंकज कुमार कर्ण
Author
1 Dec 2021 07:43 PM
बहुत बहुत धन्यवाद?
28 Nov 2021 08:24 PM
बात तो सही है। पंक्तियाॅं कुछ कही हैं।।
हमें अब क्या कहना। बच ही क्या गई है।।
पंकज कुमार कर्ण
Author
30 Nov 2021 07:42 AM
कहना सुनना छोड़िए,
मेरी हरेक कविता का आनंद लीजिए।
धन्यवाद?
28 Nov 2021 10:08 AM
अत्यंत भावपूर्ण
पंकज कुमार कर्ण
Author
28 Nov 2021 01:00 PM
बहुत बहुत धन्यवाद ?
Aree wahh jijaji