आपका कथन बिल्कुल जायज़ है ! अति उत्तम ! ??
धन्यवाद जी
कांग्रेस के प्रति आपकी चिंता से यह लगता है कि आप इसकी प्रासंगिकता को महसूस करते हैं,रही बात परिवार वाद की तो यह बिमारी हर दल में घर बना चुकी है, यहां तक भाजपा जो आज सर्वत्र व्याप्त है उसमें भी यह अपनी जड़ें जमा चुकी है, किन्तु वह अभी शीर्ष पर दिखाई नहीं दे रही है।
हम लोगों ने भी परिवारों को पाला पोसा है,तभी तो इसकी स्वीकार्यता धीरे धीरे हर दल में घर बनाने में सफल हुई है!क्या कभी हमने वामपंथियों में इसे देखा है, लेकिन हमने उन्हें अछुत मानकर परखने का प्रयास ही नहीं किया!
रही बात कांग्रेस की तो आज आपको कांग्रेस में कोई नेता ऐसा है जो जन सरोकारों के मुद्दों पर परिचर्चा करता है, राहुल को लोगों ने पप्पू बताकर अप्रसांगिक बनाने की कोशिश की फिर भी वही है जो आए दिन जन-सरोकारों पर अपनी राय जाहिर करता है चाहे वह नक्कारखाने में तूती की आवाज बनकर रह जाए।
सत्य वचन धन्यवाद
सोनिया, राहुल को मालूम है
यह कुर्सी हम छोड़ देंगे
हमारा अस्तित्व खत्म हो जाएगा
यह कांग्रेस पहले जैसे हो जाएगा
लेकिन हमें सदा के लिए भुला दिए जाएँगे।
सत्य वचन धन्यवाद
Bilkul sahi
Thanks ji