Comments (6)
27 Nov 2021 04:35 PM
बहुत खूबसूरत ग़ज़ल लिखी हो दीदी
मुझे तो नही आता ग़ज़ल लिखना पर
सीखने की चाह जरूर है ।
मुझे वो बहर मीटर ही समझ नही आती
आप इस ग़ज़ल को कौन से मीटर (बहर) में लिखे हो।
☺️? प्रणाम दी मैं चला बाय। बाकी कल या रात को पढूंगा ।
अनुज / नवीन
ओनिका सेतिया 'अनु '
Author
27 Nov 2021 05:29 PM
धन्यवाद जी ।
27 Nov 2021 02:31 PM
ऐसा ही होता है इश्क मे, क्या खूब लिखा
ओनिका सेतिया 'अनु '
Author
27 Nov 2021 02:41 PM
शुक्रिया जी
आपकी रचनाएं दिल को छू लेती हैं।
Nice lines…
धन्यवाद जी