Comments (7)
14 Nov 2021 07:07 PM
अति उत्तम विचार योग्य कथा।कुछ लोग कितना भी पढ़ लिख लें ,आधुनिक हो जाए मगर अंधविश्वास का रोग नहीं छोड़ पाते ।
15 Nov 2021 06:49 AM
thanks anu
14 Nov 2021 06:25 PM
“तुमने तो अपना हाफ डे बचा लिया और उस बेचारे से हाथ मिलाकर उसका हाफ डे लगवा दिया।” ग्रुप लीडर राधा बल्ल्भ बोले।
लगता है “हिंदुत्व के ठेकेदार” रहे होंगे आपके शर्माजी |
जैसे की आजकल आपको पता होगा कि एक नयी नेता का उदय हो रहा है राज्यसभा जाने के लिए “कंगना रणौत”. इन नेत्री का यह कहना है की आजादी हमें 2014 में मिली। बंधुगण क्या आप इस बात को मानने की शुरुआत कर देंगे ?
ha… ha…. ha….