Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
Comments (1)

You must be logged in to post comments.

Login Create Account

सहर उम्मीद की लगता हूं ,
पर यकीं जानों ,
सराब -ए- आप में खोया अजाब-ए-शामे तमन्ना हूं मैं ,
श़ुक्रिया

Loading...