Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
Comments (4)

You must be logged in to post comments.

Login Create Account

बहुत सुंदर।पर औरत को पढ़ना बहुत मुश्किल होता है। लेकिन पढ़ने वाले पढ़ लेते हैं।

औरत क्या हर इंसान को ऐसे साथी/ दोस्त की जरूरत होती है ।यदि वो इंसान है तो ,! वैसे यह तमन्ना इस कलयुग में कहां पूरी हो सकती है। जहां सभी नकाब ओढ़े हुए हो । और स्वार्थपरता लोगों में कूट कूट के भरी है ,और अहंकार भी ।

9 Nov 2021 12:03 AM

वाह बहुत सुंदर

धन्यवाद जी

Loading...