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अच्छा और सही घटना का वर्णन किया है आपने। मुझे भी यही परेशानी हुई थी, बंदरों ने चश्मा छीन लिया था,माजा दिया तब वापस हुआ।आपही के तरह श्री बांके बिहारी जी का दर्शन भी हुआ।
अच्छा और सही घटना का वर्णन किया है आपने। मुझे भी यही परेशानी हुई थी, बंदरों ने चश्मा छीन लिया था,माजा दिया तब वापस हुआ।आपही के तरह श्री बांके बिहारी जी का दर्शन भी हुआ।