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शास्त्री जी बहुत सुन्दर कविता धन्यवाद आपका जी।स्त्री को समझना बहुत मुश्किल है। उसे जिसने समझ लिया। उसने अपने आप पर विजय पर करली है
शास्त्री जी बहुत सुन्दर कविता धन्यवाद आपका जी।स्त्री को समझना बहुत मुश्किल है। उसे जिसने समझ लिया। उसने अपने आप पर विजय पर
करली है