Comments (4)
3 Oct 2021 11:27 AM
वाह… खूबसूरत पंक्तियाॅं…. ??
दरख़्त काट दिया तो फिर डायरी के अगले पन्ने पर भी कुछ लिखें !
Ray's Gupta
Author
3 Oct 2021 12:37 PM
बहुत बहुत आभार
कृपया सुधार करें अजम के स्थान ‘अज़्म ,
लफ्जें शिकस्त के स्थान पर
शिक़स्त बे-लफ़्ज़-ओ-मा’नी कर दिया लिखें
श़ुक्रिया !
धन्यवाद् सर