Comments (7)
2 Oct 2021 02:00 AM
बेहतरीन
1 Oct 2021 11:17 PM
सत्य बात
ओनिका सेतिया 'अनु '
Author
1 Oct 2021 11:28 PM
धन्यवाद जी
1 Oct 2021 10:28 PM
जी बिल्कुल सही बात
ओनिका सेतिया 'अनु '
Author
1 Oct 2021 11:16 PM
धन्यवाद जी
ज़माने का दस्तूर है ,जीते जी इंसाँ की कीमत पहचान ना पाए ,
उसके जाने के बाद , उसकी याद में कसीदे पढ़े, आंसू बहाए ,
सच ही कहा है , किसी को खोने के बाद उसकी अहमिय़त समझ आती है ,
इंसां की हक़ीक़त नज़रअंदाज़ करने की अना नश़्तर बन उसे ज़िंदगी भर सालती है ,
श़ुक्रिया !
जी सत्य वचन धन्यवाद