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Khushi Author
28 Sep 2021 10:20 PM

धन्यवाद।

अना की ज़द में रिश्ते काफ़ूर हुए ,
दिल टूट कर मायूस मजबूर हुए ,
कल तक जिन्हें नाज़ था हम रहने पर ,
वो सब मैं के हाथों मा’ज़ूर हुए ,
श़ुक्रिया !

Khushi Author
28 Sep 2021 08:36 PM

धन्यवाद।

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