Comments (4)
28 Sep 2021 07:58 PM
अना की ज़द में रिश्ते काफ़ूर हुए ,
दिल टूट कर मायूस मजबूर हुए ,
कल तक जिन्हें नाज़ था हम रहने पर ,
वो सब मैं के हाथों मा’ज़ूर हुए ,
श़ुक्रिया !
अना की ज़द में रिश्ते काफ़ूर हुए ,
दिल टूट कर मायूस मजबूर हुए ,
कल तक जिन्हें नाज़ था हम रहने पर ,
वो सब मैं के हाथों मा’ज़ूर हुए ,
श़ुक्रिया !
वाह
धन्यवाद।