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हीरा खुद अपना मोल नहीं जानता है ,
ये तो पत्थर है जो अपने आप को हीरा मानता है ,
एक दिन पत्थर टूट कर बिखर जाएगा ,
हीरा जितना टूटेगा उतना और निखर आएगा ,
श़ुक्रिया !

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