Comments (7)
9 Sep 2021 04:36 PM
वाह!
9 Sep 2021 01:34 PM
एक सराब है ये ज़िंदगी, चाहत की प्यास लगाती है ,
एक फरेब है ये ज़िंदगी, प्यास बुझाने के नाम ज़हर पिलाती है ,
ज़िंदा रहना है तो हर हाल में इसे पीना होगा ,
वक्त के गुलाम बनकर मर- मर कर जीना होगा,
श़ुक्रिया !
Ray's Gupta
Author
9 Sep 2021 02:14 PM
बहुत खूब
9 Sep 2021 12:39 PM
बहुत खूब
Ray's Gupta
Author
9 Sep 2021 02:14 PM
धन्यवाद् जी
बहुत सुंदर, भावपूर्ण । ??
Thank you