सुंदर प्रेरणादायक कथा प्रस्तुति !
कथा के प्रारंभ में आपने मरण पंडित को मानो के पिता के रूप में प्रस्तुत किया है ।
परंतु कथा के अंतिम भाग में मरण पंडित को भोनू , सुरजीत एवं उनकी बहन मोनी(मोनू) के पिता बतलाया है।
जो एक विरोधाभास है। कृपया आवश्यक सुधार करें !
धन्यवाद !
सुंदर प्रेरणादायक कथा प्रस्तुति !
कथा के प्रारंभ में आपने मरण पंडित को मानो के पिता के रूप में प्रस्तुत किया है ।
परंतु कथा के अंतिम भाग में मरण पंडित को भोनू , सुरजीत एवं उनकी बहन मोनी(मोनू) के पिता बतलाया है।
जो एक विरोधाभास है। कृपया आवश्यक सुधार करें !
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भूल सुधार का धन्यवाद !
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Thank you so much.