ज़िंदगी के हर फैसले को सहर्ष करें स्वीकार ! कभी भी नहीं मानें इस ज़िंदगी से कोई हार !!
सदैव बना के रखें चेहरे पे अपनी इक मुस्कान !
इससे बनी रहेगी सदा ही आपकी हर पहचान !!
बेधड़क करते रहें सोच-समझके अपना काम !
मिलते रहेंगे जिससे सदैव अपेक्षित परिणाम !!
आपने बहुत ही प्रेरक पंक्ति को दिया है अंजाम !!
ज़िंदगी के हर फैसले को सहर्ष करें स्वीकार ! कभी भी नहीं मानें इस ज़िंदगी से कोई हार !!
सदैव बना के रखें चेहरे पे अपनी इक मुस्कान !
इससे बनी रहेगी सदा ही आपकी हर पहचान !!
बेधड़क करते रहें सोच-समझके अपना काम !
मिलते रहेंगे जिससे सदैव अपेक्षित परिणाम !!
आपने बहुत ही प्रेरक पंक्ति को दिया है अंजाम !!
बहुत बहुत आभार महोदय जी