तुमने, ये नही बताया तुम क्या करोगी , सारी उम्मीदें उसी से हैं ।।
खतनाक शादी होने बाली है उस बन्दे की, लिस्ट मिल गयी है ,उसे क्या क्या करना है ..
रिस्ते कभी भी कॉन्ट्रेक्ट नही होते, इनमें होना और ना होना परिस्थिति और व्यवहार पर निर्भर करता है ।
शादी के बाद सारी अपेक्षाएं हम लड़की से ही करते हैं। लड़के तो बस बैठे रहते हैं। घर संभालना हो परिवार संभालना हो सब लड़की को देखना पड़ता है। बदले में वो कुछ नही कहती। बाकी शायद अपने मेरी कविता ढंग से पढ़ी नहीं। उसमें साफ साफ ये भी लिखा है की वो किस तरह घर संभालेगी। रिश्ते निभायेगी। इज्जत देगी। अगर पूरी कविता पढ़ते तो शायद इस तरह का विचार आपके दिमाग में नहीं आते।
शादी दो लोगो का संबंध होता है कुछ आदमी शादी करके औरत की इज्जत करना भूल जाते है। तो बस उसी को मद्दे नज़र रखते हुए उन आदमियों के लिए ये कविता लिखी है।
आगे से निवेदन है की जब पूरी कविता पढ़े तब ही अपना मत दें। और अगर समझ न आए। तो रहने ही दे ?
मन में छुपी बातों को बेबाकी से अभिव्यक्त करते हुए एक दुल्हन के रहन-सहन, आचार-व्यवहार व
ससुराल में आनेवाली सम्भावित परिस्थितियों में उपजी कुछ समस्याएं एवं उसके निदान का खूबसूरती से वर्णन करती हर व्यावहारिक बातें बयां करती बहुत सुंदर अभिव्यक्ति ! ??
धन्यवाद
सुन्दर रचना | मैंने आपको फॉलो किया है निकिता जी | आप भी मुझे फॉलो करेंगी तो मुझे अच्छा लगेगा | वैसे आप मेरी स्टूडेंट हैं | मैं अनिल कुमार गुप्ता , पुस्तकालय अध्यक्ष , के वी सिवनी हूँ |
धन्यवाद सर।
Awesome ??
❤️❤️
Osm di
❤️