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वक्त को थामने की कोशिश करता हूं , पर हर बार मेरे हाथ से फिसल जाता है , वक्त का पहिया आगे बढ़ता जाता है , कभी लौट कर वापस नहीं आता है , वक्त के हमराह ग़र ना चल पाऊँ , वक्त मुझको ठुकरा कर गुज़र जाता है , श़ुक्रिया !
जबरदस्त सर , जबरदस्त । प्रणाम सर
धन्यवाद !
वक्त को थामने की कोशिश करता हूं ,
पर हर बार मेरे हाथ से फिसल जाता है ,
वक्त का पहिया आगे बढ़ता जाता है ,
कभी लौट कर वापस नहीं आता है ,
वक्त के हमराह ग़र ना चल पाऊँ ,
वक्त मुझको ठुकरा कर गुज़र जाता है ,
श़ुक्रिया !
जबरदस्त सर , जबरदस्त ।
प्रणाम सर
धन्यवाद !