Comments (11)
9 Aug 2021 10:01 AM
बहुत सुंदर ।
ओनिका सेतिया 'अनु '
Author
9 Aug 2021 12:26 PM
धन्यवाद जी
9 Aug 2021 09:23 AM
बहुत बहुत सुंदर रचना अनु mam
ओनिका सेतिया 'अनु '
Author
9 Aug 2021 10:02 AM
Thanks beta ,God bless you
9 Aug 2021 11:19 AM
???
8 Aug 2021 10:05 PM
बहुत खूब ???
ओनिका सेतिया 'अनु '
Author
8 Aug 2021 10:18 PM
धन्यवाद जी
8 Aug 2021 08:58 PM
वाह बहुत सुंदर, भावपूर्ण अभिव्यक्ति । ये ज़िंदगी खुशी और ग़म का संतुलन बराबर पाया । ना कुछ खोया, ना ही कुछ ज़्यादा पाया !!
ओनिका सेतिया 'अनु '
Author
8 Aug 2021 09:09 PM
धन्यवाद जी
बहुत खूब
शुक्रिया