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वाह ! सुंदर दोहे रचे हैं.
प्रीति सुधा बरसाइये, बंशीधर भगवान | वसुधा पर हर एक के , पूरे हों अरमान ||
वाह ! सुंदर दोहे रचे हैं.
प्रीति सुधा बरसाइये, बंशीधर भगवान |
वसुधा पर हर एक के , पूरे हों अरमान ||