Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
Comments (3)

You must be logged in to post comments.

Login Create Account
1 Aug 2021 09:02 AM

सुंदर अति सुंदर

उनकी नाराज़गी में भी प्यार छलकता है ,
यही तो इज़हारे दिल से दिल का रिश्ता है,
श़ुक्रिया !

31 Jul 2021 09:52 PM

वाह,
छुपे हैं दो पंक्तियों में ही सैकड़ों, हज़ारों भाव !
ऐसा हो तो किसी से ना हो कभी कोई मनमुटाव !!
आपके ये मुस्कुराते हुए खूबसूरत शेर !
हमें तो बहुत ही पसंद आए देर-सवेर !!

Loading...