You must be logged in to post comments.
जब फटता है तो क़हर बरपाता है , ज़िंदगी छीनता है , सब कुछ बहा के ले जाता है , धन्यवाद !
?
जब फटता है तो क़हर बरपाता है ,
ज़िंदगी छीनता है , सब कुछ बहा के ले जाता है ,
धन्यवाद !
?