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18 Jul 2021 12:03 PM

आपकी दोनो कहानियां वर्तमान की स्थितियों को सरल और आकर्षक भाषा मे दर्शाती है।

वर्तमान सांप्रदायिक एवं धार्मिक सौहर्द भंग करने के कुत्सित मंतव्ययुक्त तत्वों का वास्तविक चित्रण ! अद्वितीय प्रस्तुति !
धन्यवाद !

प्रणाम सर ।
कहानी के उद्देश्य को समझने के लिए ।
धन्यवाद

अति उत्तम! ✍️ सोलंकी प्रशांत ✍️ ⛳ जी….. बधाई!!

धन्यवाद एवम।प्रणाम सर

बेहतरीन कहानी, Prashant ji।आपसे विनम्र अनुरोध है कि मेरी रचना “मित्रता की बेल” का भी अवलोकन करने की कृपा करें एवं यदि पसंद आए तो अपनी टिप्पणी देकर अनुग्रहीत भी करें। साभार।

जरूर डॉक्टर साहिब

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