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1 Aug 2021 12:43 PM

वाह, मेरी तरफ से दो पंक्तियां..
उसने संभाल के रखा था अमानत जैसे
मेरे हिस्से का था जो मेरा होता जा रहा है

30 Jul 2021 10:34 PM

वाह, अत्यंत भावपूर्ण ।

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