Comments (6)
11 Jul 2021 10:18 AM
बहुत ही सुन्दर
ओनिका सेतिया 'अनु '
Author
11 Jul 2021 01:44 PM
धन्यवाद जी
11 Jul 2021 05:14 AM
सादर प्रणाम।हम पशु ही सही,मगर इंसानों से अच्छे हैं।
हम बेजुबान है मगर ,
दिल की जुबान समझते है। सत्यवचन ।
ओनिका सेतिया 'अनु '
Author
11 Jul 2021 06:09 AM
धन्यवाद जी
Achha likha mam
Thanks ji