Comments (4)
4 Jul 2021 10:05 AM
उत्तम सोच से परिपूर्ण कहानी | आप मेरी कहानियाँ ” अफ़सोस” एवं ” मुस्कान लौट आई ” पर भी अपनी प्रतिक्रिया साझा करेंगे तो मुझे ख़ुशी होगी |
1 Jul 2021 10:21 AM
अति उत्तम! शंकर आँजणा नवापुरा धवेचा बागोड़ा जी….. बधाई!!
Shankar N aanjna
Author
1 Jul 2021 05:22 PM
धन्यवाद जी आदरणीय
बेहतरीन कहानी।आपसे विनम्र अनुरोध है कि मेरी रचना “मित्रता की बेल” का भी अवलोकन करने की कृपा करें एवं यदि पसंद आए तो अपनी टिप्पणी देकर अनुग्रहीत भी करें। साभार।