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दिल के जज़्बातों को शे’रों में ढालकर इज़हार कर लें , इस मायूस शाम को शे’रो शा’यरी की रंग़ीं शाम कर लें , श़ुक्रिया !
दिल के जज़्बातों को शे’रों में ढालकर इज़हार कर लें ,
इस मायूस शाम को शे’रो शा’यरी की रंग़ीं शाम कर लें ,
श़ुक्रिया !