Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
Comments (1)

You must be logged in to post comments.

Login Create Account

दो पल की ज़िंदगी ज़िदादिली से गुजारने दो ,
न जाने कौन सा अगला पल मौत की अमानत हो ,

श़ुक्रिया !

Loading...