Comments (6)
25 Jan 2022 07:58 PM
Is kavita ka visya h ki hme apne aap pr nirbhar rhna cahiye ..
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
Author
26 Jan 2022 04:42 PM
Good
24 Jun 2021 12:38 PM
उत्तम सोच से परिपूर्ण रचना
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
Author
24 Jun 2021 03:53 PM
Shukriya जी
नाम श्रेयसी दुबे
इस कविता का विषय है खुद के दम पर जीना
शुक्रिया जी