Comments (5)
14 Jun 2021 10:07 AM
बिटिया बनकर आज दुल्हनियां बाबुल का घर छोड़ चली,संग गुजारे लम्हा लम्हा यादों कि बारात चली,
चली चली बिटिया हमसे दूर चली — सुंदर कविता??
Seema gupta,Alwar
Author
14 Jun 2021 02:42 PM
शुक्रिया श्रीमान जी ?
14 Jun 2021 09:44 AM
very beautiful
Seema gupta,Alwar
Author
14 Jun 2021 09:58 AM
सादर आभार ? ?
Nic