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जिंदगी की पहेली कब किसको समझ आई जैसी जिसे मिली वैसी उसने बताई कई रूप रंग है एहसास बिश्वास भी कई हारना सभी को एक दिन कैसी बिसात लगाई
बहुत ख़ूब
जिंदगी की पहेली कब किसको समझ आई
जैसी जिसे मिली वैसी उसने बताई
कई रूप रंग है एहसास बिश्वास भी कई
हारना सभी को एक दिन कैसी बिसात लगाई
बहुत ख़ूब