Comments (11)
6 Jun 2021 03:10 PM
उत्तम रचना जी. आप मेरी रचना ‘मौसम ने ली अंगड़ाई’ पर अपनी प्रतिक्रिया अवश्य साझा करें जी.
3 Jun 2021 07:53 AM
सुंदर अभिव्यक्ति ??सुंदर रचना, प्रणाम ??
29 May 2021 07:03 PM
यथार्थ वर्णन,
29 May 2021 05:45 PM
बहुत मार्मिक और सत्य वचन
मार्मिक ।
Hmm, sachhai yahi hai…jitna dard samaj me hai utna shayad hi shabdon me bandha ja sake
‘ मोची की बरसात ‘ में मैने भी लिखने का कोशिश किया है।धन्यवाद