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जेएनयू गद्दारों का अड्डा बन चुका है , यदि शासन की नाक के नीचे देशद्रोही अपनी हरकत से बाज ना आएंगे , और शासन यदि राजनैतिक स्वार्थ के चलते कोई कार्यवाही करने से असमर्थ रहा तो देश की जनता उन्हें नेस्तनाबूद कर के ही अब दम लेगी। देश की जनता ने इस प्रकार देशद्रोहियों के कुत्सित मंतव्य को जान लिया है। और उन देशद्रोहियों के चेहरों को पहचान लिया है। अब वो किसी भी दशा में देशद्रोही विपक्षी पार्टियों के संरक्षण में फल फूल नहीं सकते, उनका अंत समय निकट आ चुका है। यह अच्छी तरह से जान लें। धन्यवाद !

22 May 2021 03:02 PM

जी आपकी जिव्हा पर सरस्वती जी का वास हो और जो आपने कहा है वह फलीभूत हो।

धन्यवाद !

यह अब ऐसा हो गया है , पहले नहीं था । यहां से कभी देशभक्त और उत्कृष्ठ सोच वाले ,उच्च चरित्र वाले लोग भी पढ़कर निकले हैं । मेरे बड़े भैया ने डबल M A और एमफिल यहीं से की हुई है । उन्होंने ही यह बात बताई । अब सरकार को इसकी इमेज सुधारने के लिए प्रयत्न करना चाहिए ।

22 May 2021 03:00 PM

जी आप सही कह रही है। इसकी स्थापना इन्ही मूल्यों को आगे बढाने के लिए की गई थी। पर आजकल इनपर ऐसे तत्वों का कब्ज़ा हो गया है जो इसकी बदनामी का कारण बन रहे हैं।

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