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15 May 2021 03:36 PM

व्यवस्था के निकम्मेपन को इतनी कठोर शब्दावली में आईना दिखा दिया है! साधुवाद।

धन्यवाद सर

बहतरीन , दिल-दिमाग पर सीधा प्रहार

15 May 2021 11:45 AM

इंसानी सभ्यता और सरकार पर, इस समय का सबसे बड़ा तंज है ।
आँखे खोल देने बाली व्यथा है ,

धन्यवाद जी

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