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दो-दिन की जिंदगी में आदमी अपनी अतृप्त इच्छाओं के कारण सुख की तलाश में दुःख ही पाता है । बहुत सुंदर यथार्थ चित्रण ।
हार्दिक आभार सहित धन्यवाद सर ?
दो-दिन की जिंदगी में आदमी अपनी अतृप्त इच्छाओं के कारण सुख की तलाश में दुःख ही पाता है ।
बहुत सुंदर यथार्थ चित्रण ।
हार्दिक आभार सहित धन्यवाद सर ?