कहानी का अंत अभी बाकी है ,
शेरखान ने ही सियार बाबा को समझा बुझा कर भेजा था कि वह किसी तरह गधे को मूर्ख बना कर उसके पास ले आए , जिससे वह गधे को खाकर अपना कर्जा वसूल करने का संतोष पा लेगा।
इस तरह सियार बाबा ने गधे को अपनी बातों में फंसाकर शेरखान के पास ले गया और शेर खान ने उसे खाकर अपना कर्जा वसूल कर लिया। इस तरह उस गधे का अंत हो गया ।
कहानी का अंत अभी बाकी है ,
शेरखान ने ही सियार बाबा को समझा बुझा कर भेजा था कि वह किसी तरह गधे को मूर्ख बना कर उसके पास ले आए , जिससे वह गधे को खाकर अपना कर्जा वसूल करने का संतोष पा लेगा।
इस तरह सियार बाबा ने गधे को अपनी बातों में फंसाकर शेरखान के पास ले गया और शेर खान ने उसे खाकर अपना कर्जा वसूल कर लिया। इस तरह उस गधे का अंत हो गया ।
कहानी का अंत कैसा लगा बताएं !
धन्यवाद !
बहुत ही शानदार आदरणीय जी