अति सुंदर संदेश पूर्ण प्रस्तुति !
भगवान श्री राम ने मनुष्य रूप में विभिन्न मर्यादा पालन के जीवन दर्शन को प्रस्तुत किया है ,
प्रथम , एक पुत्र के रूप में पिता द्वारा दिए गए वचन पालन रघुकुल की मर्यादा पुत्र धर्म हेतु वनवास स्वीकार करना।
द्वितीय , मित्र की भार्या नारी सम्मान की रक्षा हेतु मित्र धर्म मर्यादा का पालन आतता बाली का वध करना।
तृतीय , पति रूप में पत्नी के सम्मान की रक्षा हेतु पति धर्म मर्यादा का पालन रावण एवं खर दूषण का वध करना।
चतुर्थ , एक राजा के रूप में प्रजा का विश्वास अक्षुणः रखने हेतु शासन धर्म मर्यादा का पालन अग्नि परीक्षा करना।
इन सभी मानव रूपों में न्यायोचित धर्म मर्यादा के पालन का संदेश भगवान श्री राम ने मानव जाति को दिया है। इसी कारण उन्हें सर्वश्रेष्ठ मानव रूप मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम के नाम से संबोधित किया जाता है।
धन्यवाद !
अति सुंदर संदेश पूर्ण प्रस्तुति !
भगवान श्री राम ने मनुष्य रूप में विभिन्न मर्यादा पालन के जीवन दर्शन को प्रस्तुत किया है ,
प्रथम , एक पुत्र के रूप में पिता द्वारा दिए गए वचन पालन रघुकुल की मर्यादा पुत्र धर्म हेतु वनवास स्वीकार करना।
द्वितीय , मित्र की भार्या नारी सम्मान की रक्षा हेतु मित्र धर्म मर्यादा का पालन आतता बाली का वध करना।
तृतीय , पति रूप में पत्नी के सम्मान की रक्षा हेतु पति धर्म मर्यादा का पालन रावण एवं खर दूषण का वध करना।
चतुर्थ , एक राजा के रूप में प्रजा का विश्वास अक्षुणः रखने हेतु शासन धर्म मर्यादा का पालन अग्नि परीक्षा करना।
इन सभी मानव रूपों में न्यायोचित धर्म मर्यादा के पालन का संदेश भगवान श्री राम ने मानव जाति को दिया है। इसी कारण उन्हें सर्वश्रेष्ठ मानव रूप मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम के नाम से संबोधित किया जाता है।
धन्यवाद !
बहुत बहुत आभार आदरणीय आपकी स्नेहिल व प्रेरणास्पद प्रतिक्रिया के लिए।