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रात आठ बजने की याद आती है हर दिन, ना जाने क्या कहने आ जाएं श्रीमन! निश्चय ही यह याद गार,पल है जिसे आपने अपने तरकश से चला है।
हा हा हा …. धन्यवाद सर
वाह
शुक्रिया जी
रात आठ बजने की याद आती है हर दिन,
ना जाने क्या कहने आ जाएं श्रीमन!
निश्चय ही यह याद गार,पल है जिसे आपने अपने तरकश से चला है।
हा हा हा ….
धन्यवाद सर