Comments (8)
25 Feb 2021 10:59 PM
Very nice gazal
Sunil Suman
Author
25 Feb 2021 11:00 PM
?
24 Feb 2021 02:44 PM
जीवन सारा बीत गया पर लगता हाथ न कुछ आया ।
न समझ सके तुम मुझे प्रिये न मैं ही तुम्हें समझ पाया ।
सुनील जी जीवन ऐसा ही है । सुन्दर भावपूर्ण सृजन हेतु बधाई ।
Sunil Suman
Author
24 Feb 2021 06:27 PM
सर प्रणाम ।आपके स्नेहपूर्ण comments के लिए धन्यवाद। ?
Sunil Suman
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23 Feb 2021 10:31 AM
दिल की अनंत गहराइयों से लिखी गई रचना । पढकर आनंद लीजिए ?
वाह अति सुन्दर भाव ?
आभार सहित धन्यवाद।